एक दिन मेरे बॉस ने मुझे कुछ जरुरी काम से रोक लिया और रात के 1:30 बजे बोला “हार्दिक आप को हमारे पेम्पलेट अभी प्रेस पर देने जाना है और दुसरे जो कार्ड्स है उन पर प्रिंटिंग मिस्टेक को चेक करना है“|
रात को 2 बजे में प्रेस जाने के लिए ऑफिस से निकला | मेने ऑटो वाले को रोककर वहा जाने के लिए कहा | रास्ते में मैंने मोबाइल की टोर्च चालु करके प्रिंटिंग में गलती को चेक करने लग गया | हमारे प्रेस से पहले शिलाज क्रासिंग आया | वहा पर दो औरते खडी थी | मैंने ध्यान नहीं दिया और अपने काम में लगा रहा | उन औरतो ने ऑटो वाले को को क्रासिंग के पार छोड़ने के लिए बोला | ऑटो वाला मान गया और वो दोनों औरते मेरे बाजू में बैठ गयी | जैसे ही क्रासिंग पास आया उसमे से एक औरत वही उतर गयी | मै इन सब बातो पर ध्यान नहीं दे रहा था |
फिर से ऑटो चल पड़ा | अब उस दुसरी औरत ने मेरे पैर पर उसका पाँव रखा और बोलने लगी “भैया आपने उस औरत के पाँव देखे ” मैंने कहा “नहीं क्यू क्या हुआ ” वो बोलने लगी “उसके दोनों पाँव उल्टे थे ” मै बोला “तो उसमे क्या हुआ ” वो बोली “मेरे भी दोनों पाँव उल्टे है ” उसके पांवो की तरफ देखते ही मै और ड्राईवर दोनों बेहोश हो गये और सुबह 4 बजे जब बेहोशी से उठे तो मेरे दोस्त को फ़ोन करके मुझे ले जाने के लिए बुलाया | उस वाकिये के बाद मै 15 दिन तक बीमार रहा |