दोस्ती की आग

अली नाम के एक लड़के को पैसों की सख्त ज़रुरत थी। उसने अपने मालिक से मदद मांगी। मालिक पैसे देने को तैयार हो गया पर उसने एक शर्त रखी। शर्त ये थी कि अली को बिना आग जलाये कल की रात पहाड़ी की सबसे ऊँची चोटी पर बितानी थी, अगर वो ऐसा कर लेता तो … Read more

सबसे बड़ी समस्या

बहुत समय पहले की बात है एक महा ज्ञानी पंडित हिमालय की पहाड़ियों में कहीं रहते थे . लोगों के बीच रह कर वह थक चुके थे और अब ईश्वर भक्ति करते हुए एक सादा जीवन व्यतीत करना चाहते थे . लेकिन उनकी प्रसिद्धि इतनी थी की लोग दुर्गम पहाड़ियों , सकरे रास्तों , नदी-झरनो … Read more

कोयले का टुकड़ा

अमित एक मध्यम वर्गीय परिवार का लड़का था। वह बचपन से ही बड़ा आज्ञाकारी और मेहनती छात्र था। लेकिन जब से उसने कॉलेज में दाखिला लिया था उसका व्यवहार बदलने लगा था। अब ना तो वो पहले की तरह मेहनत करता और ना ही अपने माँ-बाप की सुनता। यहाँ तक की वो घर वालों से … Read more

मकड़ी, चींटी और जाला

एक मकड़ी थी. उसने आराम से रहने के लिए एक शानदार जाला बनाने का विचार किया और सोचा की इस जाले मे खूब कीड़ें, मक्खियाँ फसेंगी और मै उसे आहार बनाउंगी और मजे से रहूंगी . उसने कमरे के एक कोने को पसंद किया और वहाँ जाला बुनना शुरू किया. कुछ देर बाद आधा जाला … Read more

अनोखी साइकिल रेस

अमर एक multi national company का ग्रुप लीडर था। काम करते-करते उसे अचानक ऐसा लगा की उसके टीम में मतभेद बढने लगे हैं। और सभी एक-दूसरे को नीचा दिखाने में लगे हुए हैं। इससे निबटने के लिए उसने एक तरकीब सोची। उसने एक meeting बुलाई और team members से कहा – Sunday को आप सभी … Read more

बीस हज़ार का चक्कर !

एक बार एक व्यक्ति कुछ पैसे निकलवाने के लिए बैंक में गया। जैसे ही कैशियर ने पेमेंट दी कस्टमर ने चुपचाप उसे अपने बैग में रखा और चल दिया। उसने एक लाख चालीस हज़ार रुपए निकलवाए थे। उसे पता था कि कैशियर ने ग़लती से एक लाख चालीस हज़ार रुपए देने के बजाय एक लाख … Read more

रिश्ते निभाने पर कहानी

भैया का फोन सुनते ही बिना समय गंवाये रिचा पति के संग मायके पहुंच गई। मम्मी की सबसे लाडली बेटी थी वो। इसलिए अचानक मां की गम्भीर हालत को देख कर रेखा की आंखों से आंसुओं की झड़ी लग गयी। मां का हाथ अपने हाथों में थाम कर ” मम्मी sss ” सुबकते हुए बस … Read more

सड़क यहीं रहती है

एक दिन शेखचिल्ली कुछ लड़कों के साथ, अपने कस्बे के बाहर एक पुलिया पर बैठा था। तभी एक सज्जन शहर से आए और लड़कों से पूछने लगे, “क्यों भाई, शेख साहब के घर को कौन-सी सड़क गई है ?” शेखचिल्ली के पिता को सब ‘शेख साहब’ कहते थे । उस गाँव में वैसे तो बहुत … Read more

शेखचिल्ली और दुबली पतली घोड़ी

शेखचिल्ली की बीवी जब काफी दिनों बाद भी अपने ससुराल नहीं लोटी तो एक दिन शेखजी स्वयं अपनी बीवी को लेने उसके मायके पहुंचे। कुछ दिन वहां ठहरने के बाद वे अपनी बीवी के साथ वापस अपने घर के लिए चल पड़े। आते समय शेखजी एक दुबली-पतली घोड़ी पर सवार थे और उनकी बेगम पैदल … Read more

डंडे का कसूर

नौकरी की तलाश मे भटकते-भटकते एक दिन शेखचिल्ली शहर आ पहूंचा, सौभाग्य से शेखचिल्ली को शहर में काम मिल गया। एक दिन शेख जी के मालिक ने उसे मनी आर्डर फार्म और कुछ रूपये दिये और कहा कि इन्हें मनीआर्डर कर आओ। मालिक की बात सुन शेख जी मन ही-मन सोचने लगे कि तार से … Read more