MS Dhoni Biography | महेन्द्र सिंह धोनी का जीवन परिचय

MS Dhoni Biography:-भारतीय क्रिकेट (Indian Cricket) के सबसे सफलतम कप्तानों में से एक एमएस धोनी (MS Dhoni) का जन्म 7 जुलाई 1981 (MS Dhoni Birthday) को रांची, बिहार (अब झारखंड में) में हुआ था। धोनी ‘माही’ (Mahi) के नाम से भी काफी मशहूर है। धोनी को दुनिया का सबसे बेस्ट फिनिशर माना जाता है।

धोनी को 2007 में राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार (Rajiv Gandhi Khel Ratna), 2009 में भारत का चौथा सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म श्री (Padma Shri) और 2018 में भारत का तीसरा सबसे बड़ा नागरिक सम्मान पद्म भूषण (Padma Bhushan) जैसे बड़े अवार्ड मिल चुके हैं। इंडियन आर्मी ने 1 नवंबर 2011 को धोनी को लेफ्टिनेंट कर्नल की मानद रैंक से सुशोभित किया। उनके 38वें जन्मदिन के मौके पर हम आपको धोनी की जीवनी (Dhoni Biography In Hindi) बताने जा रहे हैं।

MS Dhoni Biography

पूरा नाम (Name)महेन्द्र सिंह धोनी
जन्म (Born)7 जुलाई 1981
जन्मस्थान (Birthplace)रांची, बिहार, भारत
उपनाम (Nickname)माही
ऊंचाई (Height)5 फीट 9 इंच (1.75 मीटर)
पिता (Father)पान सिंह
माता (Mother)देवकी देवी
जीवनसाथी (Wife)साक्षी धोनी
बच्चे (Children)जीवा

महेंद्र सिंह धोनी का प्रोफेशनल करियर (Mahendra Singh Dhoni Professional Career)

धोनी ने अपने प्रोफेशनल क्रिकेट करियर की शुरुआत सन 1998 में बिहार अंडर-19 टीम से की. 1999-2000 में धोनी ने बिहार रणजी टीम में खेलकर अपना पदार्पण किया. देवधर ट्रॉफी, दिलीप ट्रॉफी और इंडिया “ए” में केन्या टूर में किये गए प्रदर्शन की बदौलत उन पर राष्ट्रीय टीम चयन समीति ने ध्यान दिया.

सन 2004 में एक टीम चयन समीति के बैठक में सौरव गांगुली से पुछा गया था की टीम में विकेट कीपर किसे बनायेंगे, तब सौरव गांगुली ने कहा था कि “मैं एम.एस.धोनी को विकेट कीपर बनाना चहुँगा”. 2004 में धोनी ने बांग्लादेश के खिलाफ चिट्टगाँव में अंतर्राष्ट्रीय पदार्पण किया तब से लेकर अब तक महेंद्र सिंह धोनी क्रिकेट में एक बहुत लम्बा सफ़र तय कर चुके है.

अपने करीयर में धोनी 90 टेस्ट में 4876 रन बनाये. टेस्ट में उनकी सबसे बड़ी पारी चेन्नई में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आई. इस पारी में धोनी ने 224 रन बनाये. टेस्ट में धोनी ने स्टंप के पीछे 256 कैच और 35 स्टम्पिंग की है.

वन-डे इंटरनेशनल में धोनी ने 265 मैचों में 8620 रन बनाये. धोनी ने अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ वन-डे पारी श्रीलंका के खिलाफ 2005 में जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में खेली, इस पारी में धोनी ने 183 रन की पारी खेली. वन डे में धोनी ने विकेट कीपिंग करते हुए 246 कैच पकड़े और 85 स्टम्पिंग की.

धोनी के नाम पर इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे तेज़ स्टम्पिंग का रिकॉर्ड भी है उन्होंने मिशेल मार्श की 0.76 सेकंड में स्टंपिंग की थी. अपनी बैटिंग, कीपिंग और फिनिशिंग के लिए धोनी विश्व जगत में मशहूर है. उन्होंने भारत के लिए हर आई.सी.सी. ट्रॉफी जीती, 2007 का टी-20 वर्ल्ड कप, 2011 का वन-डे वर्ल्ड कप, 2013 की चैंपियंस ट्राफी.

धोनी ने एक वन डे पारी में 10 छक्के मारे है, उनकी यह पारी सबसे ज्यादा छक्को के मामले में छठे स्थान पर आती है.

एम.एस. ने वन-डे में 183 रन बनाकर एडम गिलक्रिस्ट का विकेट कीपर के तौर पर सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड तोडा था.

भारतीय विकेट कीपर के द्वारा विकेट के पीछे सबसे ज्यादा शिकार करने का रिकॉर्ड भी धोनी के नाम ही है.

धोनी की कप्तानी में भारत अपने सर्वोच्च स्कोर 726 तक पंहुची थी.

धोनी एकमात्र कप्तान है जिन्होंने वन-डे में सातवें स्थान पर बैटिंग करते हुए शतक मारा था.

धोनी भारत के पहले विकेट कीपर है जिन्होंने टेस्ट में 4000 रन का आंकड़ा पार करा था. अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के तीनों प्रारूपों को मिलाकर धोनी ने सर्वाधिक मैचों की कप्तानी की है.

धोनी की कप्तानी में भारत ने 199 वन-डे मैंचो में से 110 में जीत हासिल की है, टी-20 में 72 में से 41 में और टेस्ट में 60 में से 27 में भारतीय टीम ने जीत हासिल की है.

धोनी ने कप्तान के तौर पर सबसे ज्यादा टूर्नामेंट के फाइनल में जीत हासिल की है. धोनी की फ़िलहाल में टी-20 में 43 रैंकिंग है और वन-डे में 14 रैंकिंग है.

महेंद्र सिंह धोनी का वन डे मैच में करियर – MS Dhoni One Day Career

लगातार अपने बेहतरीन प्रदर्शन से प्रभावित करने के बाद साल 2004-2005 में महेंद्र सिंह धोनी का चयन राष्ट्रीय वन डे मैच में हुआ। महेंद्र सिंह धोनी ने अपना पहला वन डे मैच बांग्लादेश टीम के खिलाफ खेला था। लेकिन अपने पहले पहले मैच में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सके और महज जीरो पर ही आउट हो गए।

लेकिन खराब प्रदर्शन के बाबजूद भी महेंद्र सिंह धोनी – MS Dhoni की किस्मत के सितारों ने उनका साथ दिया यही वजह थी की चयनकर्ताओं ने उनका चयन पाकिस्तान के साथ खेले जाने वाले अगले वन डे मैच सीरीज के लिए कर उन पर भरोसा जताया।

इस बार धोनी ने अपनी आक्रामक बल्लेबाजी से निराश नहीं होने दिया और इस मैच ने उन्होनें पूरे जोश और जज्बे के साथ पाकिस्तान के खिलाफ शानदार प्रदर्शन किया। इसके साथ ही वे इस मैच में 148 रन बनाकर पहले भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज भी बन गए। इस तरह उन्होनें अपनी बल्लेबाजी से अच्छे विकेटकीपर बल्लेबाज का रिकॉर्ड बनाया।

महेंद्र सिंह धोनीने इंडिया-श्रीलंका की द्धिपक्षीय श्रंखला (बाईलेटरल) के पहले दो मैचों में बल्लेबाजी करने के पर्याप्त मौके नहीं मिले फिर भी उन्हें इस सीरीज के तीसरे मैच में बल्लेबाजी के लिए आगे किया गया।

और उन्होनें इस मौके को बखूबी इस्तेमाल किया और शानदार प्रदर्शन किया। धोनी ने इस मैच में 299 लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए 145 गेंदों में नाबाद 183 रन बनाए। इसी के साथ उन्होनें इस सीरीज के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए और उनके जोरदार प्रदर्शन के लिए उन्हें मैन ऑफ द सीरीज भी बनाया गया।

2005-06 में भारत-पाकिस्तान की वन डे सीरीज में एमएस धोनी ने सीरीज के 4-5 मैचों में 68 रन, 72 रनों पर नॉट आउट (नाबाद), 2 रन (नॉट आउट), 77 (नॉट आउट) रन बनाए और अपनी टीम की 4-1 सीरीज से जीत हासिल करवाने में मद्द की।

अपने शानदार प्रदर्शन से धोनी, 20 अप्रैल 2006 को रिंकी पोंटिंग को डीथ्रोन करते हुए आईसीसी ओडीआई रैंकिंग के शीर्ष तक पहुंचे।

2007 क्रिकेट विश्व कप टूर्नामेंट से पहले वेस्टइंडीज और श्रीलंका के खिलाफ की दो सीरीज में, धोनी ने 100 ओवर के औसत के साथ शानदार प्रदर्शन दिखाया। हालांकि, मिस्टर धोनी विश्व कप के दौरान प्रदर्शन करने में नाकाम रहे और भारतीय टीम, इस टूर्नामेंट हिस्सा नहीं ले सकी।

2007 में दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड के खिलाफ दो सीरीज के लिए महेंद्र सिंह धोनी को वन डे मैच में  के उपाध्यक्ष वाइस कैप्टन अर्थात उपाध्यक्ष बनाया गया। उन्होंने दक्षिण अफ्रीका में भारतीय टीम का आईसीसी विश्व ट्वेंटी -20 ट्रॉफी में भी नेतृत्व किया और पाकिस्तानी टीम को हराकर ट्रॉफी जीती।

20 – 20 में अपनी सफल कप्तानी के बाद, महेंद्र सिंह धोनी को सितंबर 2007 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वन जे सीरीज में भारतीय टीम के नेतृत्व करने की जिम्मेंदारी सौंपी गई। बाद में महेंद्र सिंह धोनी ने 2011 में विश्वकप जीतने के लिए भारत का नेतृत्व किया जिसके लिए उन्हें क्रिकेट के कई दिग्गजों समेत अपने टीममेट मास्टर ब्लास्टर और महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर से भी सराहना मिली।

2009 के मैच के दौरान, भारतीय दिग्गज क्रिकेटर एमएस धोनी ने 24 पारियों में 1198 और 30 पारियों में रिकी पोंटिंग के स्कोर के बराबर रन बनाए। इसके साथ ही वे 2009 में कई महीनों के लिए आईसीसी ओडीआई बल्लेबाज रैंकिंग के शीर्ष पर भी रहे।

महेंद्र सिंह धोनीने 2011 के विश्व कप में भारत की जीत का नेतृत्व किया। श्रीलंका के खिलाफ आखिरी मैच में, उन्होंने बल्लेबाजी क्रम में खुद को बढ़ावा दिया और 91 रनों में नॉट आउट वाला  एक मैच खेला।

2013 में, महेन्द्र सिंह धोनी ने आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में जीत के लिए भारत का नेतृत्व किया और आईसीसी ट्रॉफी, यानी टेस्ट मैस, ओडीआई विश्व कप और चैंपियंस ट्रॉफी जीतने वाले एकमात्र कप्तान भी बने।

वन डे मैच में धोनी का शानदार प्रदर्शन

  • धोनी द्धारा खेले गए वन डे मैच – 318
  • कुल खेंली गईं इनिंग – 272
  • वन डे मैच में बनाए गए कुल रन – 9967
  • वन डे मैच में लगाए गए कुल चौके – 770
  • वन डे मैच में लगाए गए छक्के – 217
  • वन डे मैच में बनाए गए कुल शतक – 10
  • वन डे मैच में बनाए गए कुल दोहरे शतक – 0
  • वन डे मैच में बनाए गए कुल अर्ध शतक – 67

महेंद्र सिंह धोनी का टेस्ट मैच करियर  – MS Dhoni Test Match Career

  • 2005 में श्रीलंका के खिलाफ खेली गई सीरीज के दौरान एम एस धोनी को भारतीय टेस्ट टीम में विकेटकीपर के रूप में चुना गया था। उन्होंने अपने पहले टेस्ट मैच में 30 रन बनाए, लेकिन बारिश की वजह से ये मैच बीच में ही बंद करना पड़ा था। महेंद्र सिंह धोनीने नीचे लिखे गए मैच में अपना पहला अर्धशतक बनाया, जिससे भारत को एक बड़े स्कोर से जीतने में मदद मिली।
  • 2006 की शुरुआत में पाकिस्तान के खिलाफ खेलते हुए, महेंद्र सिंह धोनीने अपने पहली टेस्ट शतक को आक्रामक पारी में हासिल कर लिया जिसने भारत को फॉलो-ऑन से बचने में मदद की। उन्होंने अगले तीन मैचों में अपना शानदार प्रदर्शन किया, जिसमें से एक मैच मिस्टर धोनी ने पाकिस्तान के खिलाफ और दो इंग्लैंड के खिलाफ मैच खेले।
  • धोनी ने साल 2008 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली गई सीरीज के दौरान वाइस कैप्टन (उप-कप्तान ) के रूप में टीम में नेतृत्व किया इसके साथ ही इस सीरीज के चौथे मैच के दौरान कप्तान के तौर पर महेंद्र सिंह धोनी को नियुक्त किया गया। उससे पहले कप्तान अनिल कुंबले पिछले मैच में बुरी तरह घायल हो गए थे और उन्होनें अपने रिटायरमेंट की घोषणा कर दी थी।
  • महेंद्र सिंह धोनी ने 2009 में श्रीलंका के खिलाफ खेली गई सीरीज में अपना शानदार प्रदर्शन करते हुए दो शतक लगाए और भारतीय टीम को जीत दिलवाई। वहीं उनकी शानदार कप्तानी के तहत भारतीय टीम दिसंबर 2009 में आईसीसी टेस्ट रैंकिग में नंबर 1 टीम बन गई।
  • 2014 में क्रिकेट के अपने बेहतरीन करियर में आखिरी टेस्ट मैच ऑस्ट्रेलिया टीम के खिलाफ खेला था अपने इस टेस्ट मैच में उन्होनें 35 रन बनाए थे। ये मैच खत्म होने के बाद महेंद्र सिंह धोनी – MS Dhoni ने टेस्ट मैच से संयास ले लिया हालांकि उन्होनें अगले सालों में वन डे टेस्ट मैच खेलना जारी रखा लेकिन जनवरी 2017 में महेंद्र सिंह धोनी ने ओडीआई कप्तानी से भी संयास ले लिया। आपको बता दें कि धोनी अभी भी सीमित ओवरों में क्रिक्रेट खेल सकते हैं।

धोनी के टेस्ट करियर की जानकारी

  • धोनी द्धारा खेले गए कुल टेस्ट मैच – 90
  • कुल खेली गईं इंनिंग – 144
  • टेस्ट मैच में बनाए गए कुल रन – 4876
  • टेस्ट मैच में लगाए गए कुल चौके – 544
  • टेस्ट मैच में लगाए गए कुल छक्के – 78
  • टेस्ट मैच में बनाए गई कुल शतक – 6
  • टेस्ट मैच में बनाए गए कुल दोहरे शतक – 1
  • टेस्ट मैच में बनाए गए कुल अर्ध शतक – 33

महेंद्र सिंह धोनी का टी-20 करियर – MS Dhoni T20 Career

महेंद्र सिंह धोनीने अपनी पहला टी-20 मैच दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेला था लेकिन उनके पहले टी-20 मैच में प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा आपको बता दें कि इस मैच में महेंद्र सिंह धोनी ने महज 2 गेंदों का ही सामना किया था और जीरो पर ही आउट हो गए थे हालांकि टीम इंडिया ने इस मैच को जीत लिया था।

धोनी के टी-20 मैच के करियर की जानकारी –

  • धोनी द्धारा खेले गए कुल टी-20 मैच -89
  • कुल रन – 1444
  • कुल चौके – 101
  • कुल छक्के – 46
  • कुल शतक – 0
  • कुल अर्ध शतक – 2

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Final Words:- आशा करता हू कि ये सभी  MS Dhoni Biography   आपको जरूर पसंद आई होगी । और ये सभी कहानियां और को बहुत ही प्रेरित भी की होगा । अगर आप ऐसे ही प्रेरित और रोचक Biography प्रतिदिन पाना चाहते हैं तो आप हमारे इस वेबसाइट को जरूर सब्सक्राइब करले जिससे कि आप रोजाना नई काहानियों को पढ़ सके और ये सभी काहांनियां आपको कैसे लगी आप हमें नीचे comment Box में comment करके जरूर बतायें धन्यवाद।

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