Hanuman Chalisa In Hindi | श्री हनुमान चालीसा ( अर्थ सहित )
|| दोहा || श्री गुरु चरन सरोज रज, निज मनु मुकुरु सुधारि |बरनऊँरघुवर बिमल जसु, जो दायकु फल चारि || बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरों पवन-कुमार ||बल बुद्धि विद्या देऊ मोहि, हरहु क्लेश विकार || तुलसीदास जी कहते हैं कि गुरु के चरण कमलों की धूल से अपने मन रूपी दर्पण को स्वच्छ कर, श्रीराम के … Read more